रिंकू सिंह के तौर पर हिंदुस्तान को IPL 2023 से एक नया फिनिशर मिल गया है। उन्हें नई पीढ़ी का महेंद्र सिंह धोनी कहा जा रहा है। लखनऊ सुपरजायंट्स को रिंकू ने अपनी खौफनाक बल्लेबाजी से सांसत में डाल दिया। 1 रन से बमुश्किल मुकाबला जीतने के बाद LSG के कप्तान क्रुणाल पंड्या ने कहा कि कोई भी मुकाबला तबतक खत्म नहीं होता, जब तक रिंकू सिंह बीच मैदान रहते हैं। रिंकू ने साबित कर दिया कि इस IPL उनसे बड़ा फिनिशर कोई नहीं था। इस साल IPL में रन चेज के दौरान रिंकू का एवरेज 152.5 और स्ट्राइक रेट 174.2 रहा। यह सभी खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है। IPL के इस सीजन कोलकाता और लखनऊ की टीमें अपना आखिरी लीग मैच खेल रही थीं। प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने की खातिर लखनऊ को यह मैच हर हाल में जीतना था। टॉस हारकर LSG ने पहले खेलते हुए 177 का लक्ष्य KKR के सामने रख दिया।
कोलकाता का स्कोर 10 ओवर की समाप्ति के बाद 3 विकेट के नुकसान पर 82 रन था। अगली 60 गेंद पर 95 रनों की दरकार थी। यहां से बीच मैदान रिंकू सिंह की एंट्री हुई। रवि बिश्नोई के 13वें ओवर की दूसरी गेंद आउटसाइड ऑफ फुल लेंथ की थी। रिंकू ने गेंदबाज के सिर के ऊपर से चौका जड़ दिया। नो रिस्क शॉट फॉर ऑलमोस्ट मैक्सिमम रिवार्ड। नवीन उल हक के 15वें ओवर की अंतिम गेंद बैक ऑफ लेंथ बॉल थी। स्वीपर कवर के बगल से ताकतवर पंच पर रिंकू ने चौका अपने नाम कर लिया। दूसरे छोर से गुरबाज और रसेल जैसे बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए, पर रिंकू का प्रहार जारी रहा। यश ठाकुर के 18वें ओवर की दूसरी गेंद रिंकू के स्लॉट में थी और नतीजा डीप स्क्वायर लेग बाउंड्री स्टैंड में गगनचुंबी छक्का। इसके बाद यश ठाकुर ने इसी ओवर में पहले शार्दुल ठाकुर और फिर सुनील नरेन को चलता कर दिया।
कोलकाता को जीत के लिए अंतिम 12 गेंदों पर 41 रनों की दरकार थी। रिंकू के सामने विराट कोहली से पंगा लेने वाले अफगानी तेज गेंदबाज नवीन उल हक थे। स्ट्राइक पर रिंकू थे लेकिन पूरा ईडन गार्डंस कोहली-कोहली के नारों से गूंज रहा था। पहली गेंद शॉर्ट पिच और नतीजा थिक आउटसाइड एज के कारण थर्ड मैन बाउंड्री के बाहर चौका। दूसरी गेंद यॉर्कर लेंथ ऑन ऑफ स्टंप। बदले में रिंकू ने एक्स्ट्रा कवर की दिशा में शानदार ड्राइव के जरिए चौका लगा दिया। तीसरी गेंद धीमी गति के साथ आउटसाइड ऑफ बैक ऑफ लेंथ। शॉर्ट थर्डमैन के ऊपर से अपर कट पर चौका। काफी दिनों बाद वीरेंद्र सहवाग वाला शॉट देखकर दर्शक झूम उठे। अब जीत के लिए 9 गेंद पर 29 रन चाहिए थे। पांचवी गेंद स्लॉट में और नतीजा डीप मिडविकेट के बाहर 110 मीटर लंबा छक्का। शॉट रिंकू सिंह लगा रहे थे, लेकिन दर्शक कोहली-कोहली चिल्ला रहे थे। अंतिम गेंद पर रिंकू सिंगल नहीं ले पाए लेकिन 20वें ओवर की पहली गेंद पर सिंगल लेकर वैभव अरोड़ा ने स्ट्राइक फिर एक दफा रिंकू के हवाले कर दी। जीत के लिए 5 गेंद पर 20 रन बचे थे।
दूसरी गेंद ऑफ स्टंप से काफी बाहर होने के कारण वाइड करार दी गई। बदले में तेज-तर्रार बाउंसर आई और रिंकू पेस से बीट हो गए। तीसरी वाइड यॉर्कर को डीप मिडविकेट की दिशा में खेलकर रिंकू सिंह ने सिंगल लेने से साफ मना कर दिया। चौथी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फुलटॉस थी और वाइड करार दी गई। जीत के लिए अंतिम 3 गेंद पर 18 रनों की दरकार थी। दर्शक रिंकू सिंह के रौद्र रूप को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। चौथी गेंद यश ने यॉर्कर डालने का प्रयास किया और बदले में रिंकू ने डीप मिडविकेट के ऊपर से गगनचुंबी छक्का जड़ दिया। पांचवीं वाइड यॉर्कर को रिंकू ने एक्स्ट्रा कवर की दिशा में में 4 रन के लिए भेज दिया। अब जीत के लिए 1 गेंद पर 8 रन चाहिए था। फुल टॉस आउटसाइड ऑफ लॉन्गऑन के बाहर छक्के के लिए निकल गया लेकिन इस शॉट के साथ ही लखनऊ का खेमा जश्न में डूब गया। संदीप शर्मा की तरह यश ठाकुर ने आखिरी गेंद नो बॉल नहीं डाली थी और 1 रन से मुकाबला जीतकर LSG लगातार दूसरे साल प्लेऑफ में पहुंच गई। जीत जरूर लखनऊ की हुई थी, लेकिन हर तरफ चर्चा रिंकू सिंह की थी। 25 साल के इस लड़के ने साबित कर दिखाया कि हार कर भी दिल जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं।
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