क्या है स्टार डेल्टा स्टार्टर कैसे काम करता है
थ्री फेज इंडक्शन मोटर में एक Stater होता है और एक Rotor होता है. Stater में 3 Phase वाइंडिंग होती है. जोकि थ्री फेज की AC सप्लाई के साथ में जोड़ी जाती है.लेकिन इंडक्शन मोटर को शुरू होने में काफी ज्यादा पावर की जरूरत पड़ती है.अगर स्टार्टिंग Current की तुलना Full Load Current से की जाए तो स्टार्टिंग Current Full Load Current से 6 से 7 गुना ज्यादा होता है.ज्यादा करंट के कारण मोटर गरम हो सकती है और वाइंडिंग भी जल सकती है. मोटर को कोई खतरा ना हो या कोई नुकसान ना हो इसीलिए मोटर स्टार्टर का इस्तेमाल किया जाता है. और इस पोस्ट में आपको Star Delta Motor Connection Hindi, Star Connection Diagram In Hindi, Star Connection In Hindi ,स्टार डेल्टा से संबंधित पूरी जानकारी दी जाएगी
Star-Delta starter का कार्य करने का सिद्धान्त।
प्रारंभिक वोल्टेज में कमी के लिए उपयोग की जाने वाली दो विधियां हैं: Star Delta प्रारंभ और Auto Transformer शुरू करना। Star Delta यह कम वोल्टेज पर मोटर को शुरू करने की विधि है। अधिक HP कि मोटर शुरुआत में ज्यादा लोड लेती है जिस कारण मोटर के जलने की उम्मीद ज्यादा होती है इस को जलने से बचने के लिए हम Star–Delta starter का इस्तेमाल करते है। यह starter मोटर को पहले स्टार में स्टार्ट करता है, Star में मोटर को कम starting वोल्टेज पर चलाया जाता हैstar delta starter parts
1 - 3 कॉन्ट्रैक्टर ,2 - 1 अवर लोड रिले
3 - 1 NO पुश बटन,
4 - 1 NC
पुश बटन और एक टाइमर का इस्तेमाल किया जाता है. टाइमर का इस्तेमाल Star कॉन्ट्रैक्टर को बंद करने और थोड़े समय के बाद में Delta कांट्रेक्टर को शुरू करने के लिए किया जाता है.स्टार डेल्टा स्टार्टर में दो प्रकार की वायरिंग की जाती है.
Star Delta Motor Connection Hindi
जैसा की हमने बताया स्टार डेल्टा स्टार्टर में दो प्रकार की वायरिंग होती है जिसमें सबसे पहले होती है पावर वायरिंग जो की मोटर के साथ में जोड़ी जाती है. जहां पर स्टार डेल्टा स्टार्टर का इस्तेमाल किया जाता है उस मोटर में आपको 6 टर्मिनल देखने को मिलेंगे और इनके कनेक्शन आपको स्टार डेल्टा स्टार्टर से आए 6 तारों के साथ में करना पड़ेगा .ऊपर आप स्टार डेल्टा का पावर डायग्राम देख सकते हैं जहां पर आपको MAIN कॉन्ट्रैक्टर की तार सीधे मोटर के साथ में जोड़ देनी है और इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपको MAIN कॉन्टेक्टर की तार को मोटर पर U1,V1,W1 सीरीज के हिसाब से ही जोड़ना है. अगर आप U1 पर नीला तार जोड़ते हैं तो U2 पर आपको लाल तार जोड़ने पड़ेगी.अगर आप V1 पर पीला तार जोड़ते हैं तो V2 पर आपको नीली तार जोड़ने पड़ेगी.अगर आप W1 पर लाल तार जोड़ते हैं तो W2 पर आपको पीली तार जोड़नी पड़ेगी.
इसमें आपको सिर्फ कॉन्टेक्टर पर वायरिंग करते समय यह बात ध्यान में रखनी है. कि अगर आप कॉन्ट्रैक्टर पर एक तरफ लाल ,पीला,नीला तार लगाते हैं. तो उसी क्रमबद्ध दूसरी तरफ आपको लाल, पीला और नीला तार लगाना है. और Star कॉन्टेक्टर के दूसरी तरफ आपको Looping करके तीनों Phase को आपस में जोड़ देना है.
Delta और Star कॉन्ट्रैक्टर से आने वाली तार को आपको आप को मोटर पर V2,W2,U2 को ध्यान में रखते हुए जोड़ना है नहीं तो आपकी मोटर को नुकसान हो सकता है तो ऊपर दिया गया डायग्राम ध्यान से देखें और उसी प्रकार मोटर के कनेक्शन करें .
Star Delta Controlling Diagram In Hindi
स्टार डेल्टा स्टार्टर के लिए आपको कुछ इक्यूपमेंट की जरूरत पड़ेगी .जिसे आप स्टार डेल्टा स्टार्टर बनाएंगे. इसकी सूची आपको नीचे दी गई है.
इसका कंट्रोलिंग डायग्राम बहुत ही आसान है जो कि आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं .लेकिन इससे पहले आपको यहां पर कुछ पॉइंट को समझने की जरूरत है. ऊपर दिए गए डायग्राम मैं आपको NO और NC लिखा हुआ दिखाई दे रहा होगा तो सबसे पहले आपको यह पॉइंट समझ लेना चाहिए .
NC का मतलब होता है Normally Closed. तो अगर आपको कहीं पर लिखा हुआ मिले NC तो इसका मतलब वहां पर जो भी कनेक्शन है वह जुड़ा हुआ है.यहां पर आपको NC Push Button दिया गया है तो इसका मतलब यह बटन बिना दबाए ही सर्किट को ON कर सकता है . लेकिन NC Push Button के बाद में NO Push Button है . तो NO का मतलब होता है . Normally Open इसका मतलब जहां पर भी आपको NO लिखा हुआ दिखे वहां पर कनेक्शन जुड़ा हुआ नहीं है.
लेकिन इसके अलावा आपको यहां पर NC हो NO कॉन्ट्रैक्टर पर भी दिखाई दे रहे होंगे इनका काम करने का तरीका थोड़ा सा अलग है जब आपका कॉन्टेक्टर बंद होता है उसमें किसी प्रकार की कोई सप्लाई नहीं होती तो उसके NC पॉइंट आपस में जुड़े होते हैं और उनसे सप्लाई जा सकती है. लेकिन जैसे ही कॉन्टेक्टर ON हो जाता है तो NC पॉइंट NO बन जाते हैं और उन दोनों टर्मिनल के बीच में सप्लाई बंद हो जाती है. तो आपको इस सर्किट में यही बात ध्यान रखनी है. कि जब कॉन्टेक्टर बंद होता है तो NC पॉइंट काम करता है.और जब कॉन्टेक्टर ON हो जाता है तो NC पॉइंट काम नहीं करता.
Star Delta Starter Working In Hindi
स्टार डेल्टा स्टार्टर का काम करने का तरीका बहुत ही साधारण है इसे आप बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं. इसका कनेक्शन कैसे होगा यह आप ऊपर डायग्राम में देख सकते हैं. आपको तीनों कॉन्टेक्टर में और Timer में A1 पॉइंट मिलेगा जहां पर आपको सप्लाई का तार जोड़ना होगा. लेकिन यह तार MAIN कॉन्ट्रैक्टर और Timer पर सीधा जोड़ा जाएगा . और Delta कॉन्ट्रैक्टर पर Star कॉन्टेक्टर के NC टर्मिनल से जोड़ा जाएगा ताकि इंटरलॉकिंग कर सकें. और Star कॉन्ट्रैक्टर पर Delta कॉन्टेक्टर के NC टर्मिनल से जोड़ा जाएगा.तो सबसे पहले NO Push Button को दबाते ही Supply MAIN कॉन्टेक्टर और Timer में आ जाएगी. और टाइमर के NC पॉइंट से Star कॉन्टेक्टर जुड़ा होगा. तो NO Push Button दबाते ही MAIN कॉन्टेक्टर और Star कॉन्टेक्टर ON हो जाएंगे . और उसके कुछ सेकंड बाद जितना टाइम हमने टाइमर में भरा होगा इतने
दोस्तों अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी और उपयोगी लगी है तो आपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और पोस्ट कोLike और Share जरूर करे । और इलेक्ट्रॉनिक्स की जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करे.
nice sir
ReplyDeleteThanks for sharing, star delta starter is used for reducing the inrush starting current of an Induction motor. For practical applications and project, discover Star Delta Starter manufacturers at reasonable prices.
ReplyDelete