रेगुलेटर किसे कहते हैं
वोल्टता नियंत्रक (voltage regulator)
जो स्वत: वोल्टता को एक निश्चित मान के पास बनाकर रखती है वह एलेक्ट्रॉनिक युक्ति है यह प्रत्यावर्ती वोल्तता के नियंत्रण के लिये बनायी जा सकती है या दिष्ट वोल्टता के लिये। इसमें विद्युतयांत्रिक युक्तियाँ (जैसे मोटर, रिले, जनित्र आदि) लगी होतीं हैं; या ये आधुनिक अर्धचालक युक्तियों (डायोड, ट्रांजिस्टर, मॉसफेट, आईजीबीटी आदि) एवं कुछ पैसिव युक्तियों (प्रतिरोध, संधारित्र आदि) के योग से बनायी जा सकती है।
रेगुलेटर विशेषता
इसके द्वारा नियंत्रित वोल्टता मिलने से जो युक्तियाँ चलती हैं वे खराब नहीं होतीं एवं अपना काम भी नियत तरीके से करती हैं। उदाहरण के लिये जिन गाँवों में सप्लाई वोल्टेज बहुत घटता-बढ़ता रहता है वहाँ (Voltage Stabilizer ) का उपयोग किया जाता है, ये बिजली से चलने वाली वस्तुओं की ( Voltage) के उतार चढ़ाव से सुरक्षित रखता हैरेगुलेटर के प्रकार
रेगुलेटर के प्रकार
आजकल बाजार में तीन प्रकार के नियामक उपलब्ध हैं: इलेक्ट्रिक रेगुलेटर, स्टेप टाइप इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर और मूवेबल इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर। सभी रेगुलेटर पंखे की गति को नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं और इस तरह तीनों की बिजली की खपत को संभालने की दक्षता भी भिन्न होती है| कीमत के नजरिए से इलेक्ट्रिक रेगुलेटर सबसे सस्ते होते है, लेकिन क्रियान्वयन की दृष्टिकोण से यह इन तीनों रेगुलेटर में यह सबसे अक्षम रेगुलेटर भी होते है|
1 . इलेक्ट्रिक रेगुलेटर
2 . स्टेप टाइप इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर
3 . मूवेबल इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर
ट्रांसफॉर्मर में स्वचालित टैप-परिवर्तन की व्यवस्था द्वारा निर्गत वोल्टता को निरन्तर लगभग समान बनाए रखा जाता है।
1 . एलेक्ट्रानिक वोल्टता नियंत्रक
2 . विद्युतचुम्बकीय नियंत्रक
3 . कुण्डली-घूर्णन पर आधारित नियंत्रक
4 . एसी वोल्टेज स्टैब्लाइजर
5 . विद्युतचुम्बकीय
6 . नियत वोल्टता ट्रांसफार्मर (Constant-voltage transformer / CVT)
7 . डीसी वोल्टेज स्टैब्लाइजर
8 . ऐक्टिव नियंत्रक
9 . रैखिक नियंत्रक
10 . स्विचिंग नियंत्रक
11 . एस सी आर नियंत्रक (SCR regulators)
12 . मिश्रित नियंत्रक (hybrid regulators)
13 . नियंत्रक की गुणवत्ता के मापडण्ड
14 . लाइन नियंत्रण (Line regulation)
15 . लोड रेगुलेशन (Load regulation)
अन्य ताप गुणांक
1 . आरम्भिक यथार्थता (initial accuracy)
2 . ड्रॉप-आउट वोल्टेज (dropout voltage)
3 . क्षणिक अनुक्रिया (transient response)
4 . शांत धारा (Quiescent current)
5 . निर्गत रव (output noise)
1 . एलेक्ट्रानिक वोल्टता नियंत्रक
2 . विद्युतचुम्बकीय नियंत्रक
3 . कुण्डली-घूर्णन पर आधारित नियंत्रक
4 . एसी वोल्टेज स्टैब्लाइजर
5 . विद्युतचुम्बकीय
6 . नियत वोल्टता ट्रांसफार्मर (Constant-voltage transformer / CVT)
7 . डीसी वोल्टेज स्टैब्लाइजर
8 . ऐक्टिव नियंत्रक
9 . रैखिक नियंत्रक
10 . स्विचिंग नियंत्रक
11 . एस सी आर नियंत्रक (SCR regulators)
12 . मिश्रित नियंत्रक (hybrid regulators)
13 . नियंत्रक की गुणवत्ता के मापडण्ड
14 . लाइन नियंत्रण (Line regulation)
15 . लोड रेगुलेशन (Load regulation)
अन्य ताप गुणांक
1 . आरम्भिक यथार्थता (initial accuracy)
2 . ड्रॉप-आउट वोल्टेज (dropout voltage)
3 . क्षणिक अनुक्रिया (transient response)
4 . शांत धारा (Quiescent current)
5 . निर्गत रव (output noise)
फैन रेगुलेटर कनेक्शन कैसे करते है
जिसकी सहायता से बिजली के वोल्टेज को कम करके सीलिंग फैन की स्पीड को कंट्रोल किया जाता है पंखे का रेगुलेटर एक ऐसा इलेक्ट्रिक यन्त्र है। फैन रेगुलेटर को रेगुलेटर स्विच, रेगुलेटर फैन और वोल्टेज रेगुलेटर भी कहा जाता है।
रेगुलेटर में पंखे की गति को नियंत्रित करने के लिए 1 से लेकर 5 तक कुल मिलाकर 5 विकल्प दिए होते हैं रेगुलेटर घुमाकर पंखे की गति को कम ज्यादा किया जा सकता है 5 नंबर से हटाकर ज्यों-ज्यों कम नंबर के पॉइंट पर करते जाएंगे पंखे तक पहुँचने वाले करंट का वोल्टेज कम होता जाएगा और पंखे की स्पीड घटती जाएगी।
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